मुख्यमंत्री महिला रोज़गार योजना : जीविका दीदीयों को 10 हज़ार रुपये की सहायता
बिहार सरकार लगातार ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए नई-नई योजनाएँ चला रही है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री महिला रोज़गार योजना के तहत अब जीविका समूह से जुड़ी महिलाओं को 10,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जा रही है। इसका उद्देश्य है कि ग्रामीण महिलाएँ छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू करके आत्मनिर्भर बन सकें और परिवार की आर्थिक स्थिति को मज़बूत करें।
योजना की विशेषताएँ
1. महिलाओं के लिए विशेष – यह योजना केवल महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है, ताकि वे रोज़गार और स्वावलंबन की दिशा में कदम बढ़ा सकें।
2. 10 हज़ार रुपये की सहायता – जीविका दीदीयों को छोटे व्यापार जैसे दुकान खोलने, पशुपालन, सिलाई-कढ़ाई, पापड़-अचार बनाना, फूड प्रोसेसिंग आदि कार्यों के लिए 10 हज़ार रुपये दिए जा रहे हैं।
3. आर्थिक सशक्तिकरण – इस योजना से ग्रामीण महिलाओं को घर बैठे रोजगार के अवसर मिलेंगे।
4. गाँव से शहर तक बदलाव – जब गाँव की महिलाएँ आत्मनिर्भर होंगी तो इसका सीधा असर परिवार, समाज और पूरे राज्य की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
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योजना का लाभ कैसे मिलेगा?
महिला को जीविका समूह (SHG) से जुड़ा होना अनिवार्य है।
आवेदन की प्रक्रिया समूह और स्थानीय जीविका टीम के माध्यम से की जाएगी।
चयनित महिला को बैंक खाते में सीधे राशि दी जाएगी।
बिहार सरकार का उद्देश्य
मुख्यमंत्री महिला रोज़गार योजना का मकसद है –
महिलाओं को रोजगार के लिए प्रोत्साहित करना,
गरीबी कम करना,
और गाँवों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना।
निष्कर्ष
बिहार सरकार की यह पहल ग्रामीण महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है। जीविका समूह से जुड़ी महिलाएँ अब अपने छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं। मुख्यमंत्री महिला रोज़गार योजना वास्तव में महिलाओं को “सशक्त, सक्षम और स्वावलंबी” बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
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